गरबे की आखिरी रात दिखा पूरा जोश, जमकर नाची गोपियां

शनिवार को अभिव्यक्ति गरबे के आखरी दिन हज़ारों लोग गरबे की ताल पर एक साथ थिरकते नजर आए। अंतिम दिन की शुरुआत भी मां दुर्गा की आराधना के साथ हुई। जिसके बाद गरबा और डांडिया खेला गया।  इस दौरान सभी रंग-बिरंगे परिधानों में सजे नजर आए। बड़े, बुजुर्ग और बच्चे सभी एक साथ गरबे की थाप पर थिरकते नजर आए।  इस साल भी वीटी रोड, मानसरोवर स्थित हाउसिंग बोर्ड के ग्राउंड पर 16वें दैनिक भास्कर अभिव्यक्ति गरबा महोत्सव का आयोजन किया गया।


जयपुराइट्स इंदौर से भुट्टे का किस गराडू, पोहा साबूदाने की खिचड़ी, दिल्ली से परांठा गली रबड़ी परांठा, पापड़ परांठा व अन्य परांठे और कूरेमल मोहनलाल की कुल्फी, बनारस से बनारसी कचौरी सब्जी, लौंग लता, बनारसी पान, मराठवाड़ा से झुनका-भाकर, खांदेशी ठेचा, बदनाम कुल्फी, केसरिया मक्खन, पान रोटी, फारा, घुसाका, लखनऊ से बासकेट चाट, खस्ता, टिक्की, मलाई मक्खन, बिहार से लिट्टी-चोखा, पुणे से कटवड़ा, अमृतसर से छोले कुलचे लस्सी, गुजरात से खमण, खांडवी, फाफड़ा दाल ढोकली, थेपला, हांडवो घूघर, श्रीखंड, उंदियू आदि की स्टॉल्स लगाई गई है। जहां पर जयपुराइट्स गरबा व डांडिया खेलने के साथ-साथ जायकेदार खाने का आनंद ले रहे।