शहर के शिप्रापथ थाना क्षेत्र में त्रिवेणी नगर में स्थित सीताराम नगर बस्ती में शनिवार देर रात को हाईटेंशन लाइन के करंट से चिपककर परिवार के मुखिया सहित उसकी पत्नी, बेटा व बेटी भी बुरी तरह झुलस गए। इन चारों को दुर्गापुरा के समीप जयपुरिया सेटेलाइट अस्पताल पहुंचाया गया। जहां गंभीर रूप से झुलसे रतनलाल बैरवा (45) की मौत हो गई। रविवार को शव का पोस्टमार्टम होना था। इससे पहले ही मृतक रतनलाल के परिजनों का कहना था कि हॉस्पिटल स्टॉफ ने जबरन छुट्टी दे दी। इससे आक्रोशित परिजनों ने हंगामा कर दिया। घटना का पता चलने पर सांगानेर से भाजपा विधायक अशोक लाहोटी, शहर अध्यक्ष और पूर्व विधायक मोहनलाल गुप्ता अपने समर्थकों के साथ दोपहर करीब 12 बजे जयपुरिया हॉस्पिटल पहुंच गए। वे रतनलाल के परिवार को पांच लाख रूपए का आर्थिक मुआवजा देने, घायलों को नि:शुल्क उपचार व एक लाख का आर्थिक सहायता तथा कच्ची बस्ती में घरों के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन को हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। वहां सरकार के खिलाफ नारेबाजी प्रदर्शन शुरू हो गया। वहीं, मृतक रामरतन के भाई व भतीजे सहित अन्य परिजनों ने मांगे नहीं मानने तक शव को लेने से इंकार कर दिया। करीब चार घंटे चले धरना प्रदर्शन के दौरान मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया। इसी बीच कांग्रेस नेता अर्चना शर्मा और इसके बाद सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज भी हॉस्पिटल पहुंचे। जहां दोनों नेताओं के समर्थक आपस में उलझ गए। एक दूसरे पर इस घटना में राजनीति करने का आरोप लगाने लगे। उनके बीच तकरार की नौबत आ गई। लेकिन वहां मौजूद एडिशनल डीसीपी मनोज चौधरी की अगुवाई में पुलिस अधिकारियों ने समझाईश कर समर्थकों को अलग कर दिया। इस बीच कुछ समर्थकों ने पुलिस से धक्कामुक्की भी की। आखिरकार, मामला शांत हुआ। विधायक लाहोटी का कहना था कि उन्होंने इस घटना के बाद जिला कलेक्टर व विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों से बातचीत की। लेकिन प्रशासन का रवैया उचित नहीं था। बाद में, मामला बढ़ता देखकर जिला प्रशासन और बिजली कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
भाजपा विधायक की अगुवाई में धरना प्रदर्शन